RNNEWS CHHATTISHGARH
26/10/19
रायपुर. प्रदेश के 9५ निजी नर्सिंग कॉलेजों में से २९ बीएससी व १ एमएससी नर्सिंग कॉलेज मानकों पर खरे नहीं उतरे हैं, इसलिए इस साल इनको जीरो ईयर घोषित कर दिया गया है। छत्तीसगढ़ नर्सिंग काउंसिल ने इन कॉलेजों को शून्य ईयर घोषित करने की अनुशंसा की थी। आयुष विश्वविद्यालय ने संबद्धता वाले कॉलेजों में काउंसिलिंग के लिए सूची डीएमई के पास भेज दी है। प्रदेश के सभी कॉलेजों ने संबद्धता के लिए आवेदन लगाए थे। आयुष विश्वविद्यालय, चिकित्सा शिक्षा संचालनालय और छत्तीसगढ़ नर्सिंग काउंसिल की संयुक्त टीमों ने कॉलेजों का निरीक्षण कर रिपोर्ट हाईपॉवर कमेटी को सौंपी थी। निरीक्षण के दौरान टीम ने पाया कि कई कॉलेज छप्पर वाले मकानों में संचालित हो रहे हैं। कहीं लैब की व्यवस्था ही नहीं थी। एक कॉलेज की मान्यता लेकर एक ही भवन में दो-दो कॉलेज संचालित हो रहे थे। हाई पॉवर कमेटी ने निरीक्षण रिपोर्ट को आयुष विश्वविद्यालय को सौंप दिया था। कॉलेजों को संबद्धता देने आयुष विश्वविद्यायल के कुलपति ने ४अक्टूबर को स्थायी समिति की बैठक बुलाई थी। बैठक के बाद नर्सिंग महाविद्यालयों को पुनर्विचार के लिए हाईपॉवर कमेटी के पास भेजा गया था। हाईपॉवर कमेटी के अभिमत केp बाद ३० कॉलेजों को शून्य ईयर घोषित कर दिया गया है।…