कोरबा: चिमनी त्रासदी की दसवीं बरसी.. बालको कर्मचारी संघ ने मृत श्रमवीरों को दी श्रद्धांजलि.. न्याय मिलने में हो रही देर पर जताई निराशा.
ज्ञात हो की 23 सितंबर 2009 को बालको के 275 मीटर निर्माणाधीन चिमनी जड़ से धराशायी हो गई थी. इस त्रासदी में बड़ी संख्या में मजदूरों की मौत हुई थी. जबकि सैकड़ो घायल भी हुए थे. प्रबंधन और पुलिस की जांच में 41 मजदूरों की मृत्यु की पुष्टि की गई थी. इस हादसे की न्यायायिक जांच करने हेतु तत्कालीन मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह जी के द्वारा जांच कमिटी गठित की गई थी जिसकी रिपोर्ट 3 वर्षों बाद आई थी. रिपोर्ट के मुताबिक़ बालको प्रबंधन ठेका कंपनी, जीडीसीएल एवं सेपको तीनों को दोषी पाया गया था. लेकिन किसी पर भी अब तक दंडात्मक कारवाई नहीं हो सकी है.
जिला सत्र न्यायालय कोरबा मे यह आपराधिक मामला विचारधीन है. सरकार की न्यायालय की तथा संबन्धित उदयोग की उदासीनता से 10 वर्ष व्यतीत हो जाने के बावजूद शहीद श्रमवीर परिवारों के आश्रितों को न्याय नहीं मिल पाया है. इस आशय की जानकारी महासंघ के महामंत्री राजेंद्र मिश्र जी ने हादसे के दसवीं बरसी के अवसर पर श्रद्धांजलि कार्यक्रम मे दी.
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